बीएमसी ने दरअसल अभी हाल ही में सोनू सूद के खिलाफ काफी कड़ी कार्यवाही की है जिसमे उनका एक छः मंजिला होटल चलता है उसे पूरी तरह से अवैध करार दे दिया गया है और उसके अनुसार ये एक रेजिडेशियल बिल्डिंग है जिसका कमर्शियल इस्तेमाल किया जा रहा है और इस पर उन्होंने शिकायत भी आगे दे दी है.
बस इसी नोटिस के खिलाफ अपनी सिचुएशन को लेकर के सोनू सूद बॉम्बे हाई कोर्ट पहुँच गये है और यहाँ पर उन्होंने अपनी तरफ से अपना पक्ष रखने की कोशिश की है और कोर्ट से अपने लिए रियायत मांगने की कोशिश कर रहे है. असल में कागजो में कहाँ पर दिक्कत है और कौन कितना सही या फिर गलत है ये तो तब ही तय होगा जब कोर्ट के सामने सारे तथ्य रखे जायेंगे और सारी बात पूरी तरह से साफ़ हो जायेगी.
हाँ मगर इतना जरुर है कि अभी के लिए सोनू सूद को दिक्कत काफी ज्यादा उठानी पड़ेगी क्योंकि बीएमसी की नजर में अगर कोई आ जाता है तो फिर उसके लिए जीना थोडा मुश्किल ही हो जाता है फिर कंगना रनाउत का टूटा हुआ ऑफिस इससे बढ़िया और क्या ही उदाहरण दिया जा सकता है? तो सोनू सूद के लिए अपनी होटल को बचाना थोडा सा मुश्किल हो जरुर सकता है.
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