अभी आपको मालूम हो तो मान्या सिंह ने मिस इंडिया फेमिना का आयोजन हुआ था जिसे दुनिया भर के लोगो ने और ख़ास तौर पर भारत वालो ने तो देखा ही था क्योंकि ये अपने आप में बहुत ही गजब होता है जहाँ पर देश की सबसे सुंदर लडकियों को चुना जाता है. इस बार की बात करे तो इस बार मानसा वाराणसी इसमें पहले नम्बर पर आयी है लेकिन हम लोग अभी पहले नम्बर वाली लडकी की बात नही कर रहे है बल्कि दुसरे नम्बर वाली की यानी मानसा वाराणसी की बात कर रहे है.
वो अभी खबरों में इसलिए है क्योंकि मानसा दुसरे नम्बर पर आयी है और वो किसी अमीर या फिर मिडल क्लास परिवार से नही बल्कि एक गरीब परिवार से है. मान्या सिंह कुशीनगर से आती है और उसके पिता महज एक रिक्शा चालक ही है जो उसी से ही अपना काम गुजारा चलाते है.

मान्या सिंह कहती है कि उसकी माँ ने उसे पढ़ाने के लिए अपने गहने तक गिरवी रख दिए और पिता ने उनको पालने के लिए रिक्शा चलाई और खूब मेहनत की. कई बार ऐसा भी होता था कि हमारे पास में खाने को कुछ नही होता था, तो हम भूखे सोते थे. इस तरह की स्थिति भी उनके बीच में आयी लेकिन कही न कही अभी हम इससे हटकर के भी कुछ बात कर रहे है जिस पर ध्यान शायद किसी का गया नही है कि इसे आम् तौर पर अमीरों की जगह माना जाता था लेकिन मान्या ने इस जगह पर आकर के बता दिया कि हम किसी से भी कम नही है.
खैर अब तो उसे हर तरफ से तारीफ़ भी मिल रही है और लोग ये भी कह रहे है कि वाकई में ये एक अच्छा कदम है जो वो उठायी है और इस कारण से उसके पूरे परिवार की स्थिति ही सुधर जायेगी जो एक अच्छी बात होगी.
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